आमंत्रण
श्री माताजी! आपके श्री चरणों में नत मस्तक सादर प्रणाम!
परम पूज्य श्री माताजी की असीम कृपा से सभी सहज योगियों को हार्दिक आमंत्रण है कृपया फरीदाबाद, हरियाणा सामूहिकता द्वारा आयोजित सामूहिक ध्यान कार्यक्रम में सम्मिलित होकर या ऑनलाइन जुड़ कर परम पूज्य श्री आदि शक्ति श्री माताजी की सम्पूर्ण अभिभूत करने वाली प्रेम की धारा का आनंद प्राप्त करें।
तिथि: रविवार, 20 जनवरी 2019
समय: 10 बजे प्रातः से 1 बजे दोपहर तक
महाप्रसाद: 1:30 बजे दोपहर स्थान: सहज मंदिर, नाचोली गांव, ग्रेटर फरीदाबाद
इस कार्यक्रम के ऑनलाइन प्रसारण से जुड़ने के लिए लिंक: https://atyourlotusfeetmother.blogspot.com
पहुंचने के लिए गुगल मेप मार्गदर्शक लिंक: SAHAJAYOGA MEDITATION CENTRE Unnamed Road, Neharpar Faridabad, Nacholi, Haryana 121002 078276 18262 https://maps.app.goo.gl/5Y3Wf
श्री माताजी! आप हमारे सहस्त्रार के स्वर्ण सिंहासन पर विराज कर इसे सुशोभित करती हैं और हमारे सूक्ष्म तंत्र में उपस्थित सभी देवी देवताओं की आकाशगंगा पर राज्य करती हैं। हमारा सहस्त्रार आपका स्थान है और हम यहां अपने चित्त से आपकी पूजा करते हैं। आपने हमें "आपका चित्त कहाँ है?" का सबसे शक्तिशाली मंत्र दिया है हमारे बाह्य की ओर भटकने वाले चित्त को शुद्ध कर, आंतरिक हो कर आपके श्री चरण कमलों में समा कर, निर्विचारिता की स्थिति प्राप्ति का आनंद व आपके सर्वशक्तिमान आशीर्वाद का अमृत फल पाने के योग्य बन पाने के लिए। कृपया हमें आशीर्वाद दें कि हम सदैव एक शुद्ध चित्त, स्थिर चित्त, एकाग्र चित्त, समर्पित चित्त, भक्तिपूर्ण चित्त, प्रेम पूर्ण चित्त, करुणामय चित्त, आंतरिक चित्त से आपकी हमारे सहस्त्रार की देवी के रूप में पूजा करने में समर्थ बने रहें, श्री माताजी!
जय श्री माताजी!
Shri Mataji! YOU sit on the golden throne of our Sahastrar and rule the galaxy of all the deities present in our subtle system. Our Sahastrar is YOUR place and we worship YOU here with our attention. YOU have given us most powerful mantra of "Where is your attention?" to cleanse our outwardly attention and bring it inward to YOUR LOTUS FEET to enjoy YOUR all mighty blessing and bliss of achieving Thoughtless Awareness state. Please bless us that we are able to always have a pure attention, a steady attention, a detached attention, a dedicated attention, a devoted attention, a loving attention, a compassionate attention, an inward attention to worship YOU as the deity of our Sahastrar, Shri Mataji!
Jai Shri Mataji!
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