Jay Shri mataji We are now going to connected with online meditation more and more Sahajyogi and feel the vibrations ,love and connection with Shrimataji,the humble request to our beloved mother " Krupa Karo Shri Mataji" ,how Two hour Three hour passed in connection with Shrimataji we could not understand also understand that we only connected to our mother and no connection to any groups .Thanks to organisors at atyourlotusfeet mother
जय श्रीमाताजी, कई दिनो से Lotus Feet Mother के बारे मे सुना था, आज 2 अक्टोबर को ऑन लाईन कार्यक्रम में पूरे परिवार के साथ भाग लेने का अवसर मिला, 15 वर्ष के दोरान सहजयोग में अनेकानेक अनुभव प्राप्त हुए, कई बार स्वंय ने तथा सामूहिकता के बीच स्व;प्रेरणा से इस प्रकार की ध्यान विधि से आनंद प्राप्त किया, किन्तु यह समझने की मुश्किल थी कि यह सही दिशा में सही प्राप्ति है या मैरी अपनी समझ. विश्व सामूहिकता के साथ जब परिवार सहित जो अनुभूति और निर्विचारिता की प्राप्ति हुई वह अद्धतीय थी. यह भी सिद्ध हुआ कि 'श्रीमाताजी' शब्द एक सम्बोधन शब्द नही बल्कि 'मंत्र' है. धन्यवाद सारी टीम को, जिन्होने विश्व सामूहिकता का आनंद प्राप्त करने का अवसर दिया.
Is it Indian time? Plz tell.. Jai Shri Mataji
ReplyDeleteyes it is Indian time
DeleteCan you please let me know what time is it going to telecast in Malaysia?
ReplyDeleteA sahaja yogini from Malaysia is eager to attend the meditation.
I am waiting for the meditation to begin. What time will it begin ?
ReplyDeleteJay Shri mataji We are now going to connected with online meditation more and more Sahajyogi and feel the vibrations ,love and connection with Shrimataji,the humble request to our beloved mother " Krupa Karo Shri Mataji" ,how Two hour Three hour passed in connection with Shrimataji we could not understand also understand that we only connected to our mother and no connection to any groups .Thanks to organisors at atyourlotusfeet mother
ReplyDeleteजय श्रीमाताजी,
ReplyDeleteकई दिनो से Lotus Feet Mother के बारे मे सुना था, आज 2 अक्टोबर को ऑन लाईन कार्यक्रम में पूरे परिवार के साथ भाग लेने का अवसर मिला, 15 वर्ष के दोरान सहजयोग में अनेकानेक अनुभव प्राप्त हुए, कई बार स्वंय ने तथा सामूहिकता के बीच स्व;प्रेरणा से इस प्रकार की ध्यान विधि से आनंद प्राप्त किया, किन्तु यह समझने की मुश्किल थी कि यह सही दिशा में सही प्राप्ति है या मैरी अपनी समझ. विश्व सामूहिकता के साथ जब परिवार सहित जो अनुभूति और निर्विचारिता की प्राप्ति हुई वह अद्धतीय थी. यह भी सिद्ध हुआ कि 'श्रीमाताजी' शब्द एक सम्बोधन शब्द नही बल्कि 'मंत्र' है. धन्यवाद सारी टीम को, जिन्होने विश्व सामूहिकता का आनंद प्राप्त करने का अवसर दिया.